गुजरात
का यह रहस्यमयी मंदिर जो पल भर में हो जाता है गायब
भारत एक
प्राचीनतम सभ्यता वाला सांस्कृतिक देश हैं. यह विश्व के उन गिने-चुने देशों में से
एक है. जहां हर वर्ग और समुदाय
के लोग शांतिपूर्वक श्रद्धा के साथ रहते हैं. यहां की भोगौलिक स्थिति, जलवायु और विविध संस्कृति को देखने के लिए ही विश्व के कोने-कोने से
पर्यटक यहां पहुंचते हैं.
वैसे
अपनी भारत यात्रा के दौरान पर्यटकों को जो चीज सबसे ज्यादा आकर्षित करती है वह हैं
भारत की प्राचीनतम मंदिर, मंदिरों की बनावट, विशेषता, महत्व और इतिहास आदि
जानने के लिए ही पर्यटक बार-बार भारत की ओर रुख करते हैं. इनमें से कई मंदिर तो
ऐसे भी हैं जो कई हजारों साल पुराने हैं और जिनके बारे में जानना पर्यटकों के लिए
कौतुहल का विषय है. आईए आपको ऐसे एक रहस्यमयी मंदिर के बारे में बताते है जो कभी-कभी
ही दिखता है और अपने आप ही गायब हो जाता है.
रहस्यमयी
स्तंभेश्वर महादेव की मंदिर
गुजरात
के कावी में यह मंदिर स्थित है. जी हां इस मंदिर के लिए आप यह कल्पना नहीं कर
सकते लेकिन यह बात सच है कि यह मंदिर पल भर के लिए ओझल हो जाता है और फिर थोड़ी
देर बाद अपने उसी जगह वापिस भी जाता है. यह मंदिर अरब सागर के बिल्कुल सामने है और
बडोदरा से 40 मील की दूरी पर है. खास बात यह है कि आप इस
मंदिर की यात्रा तभी कर सकते हैं जब समुद्र में ज्वार कम हो. ज्वार के समय शिवलिंग
पूरी तरह से जलमग्न हो जाता है.