Monday, 10 August 2015

सावन का दूसरा सोमवार व्रतियों के लिए होगा विशेष फलदायक


सावन का दूसरा सोमवार व्रतियों के लिए होगा विशेष फलदायक 














सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए सावन का दूसरा सोमवार भी बहुत खास होगा. क्योंकि इस दिन सर्वार्थ सिद्घि योग और एकादशी का महासंयोग बन रहा है. बता दे कि यह भगवान शिव की आराधना करने वाले व्रतियों के लिए विशेष फलदायक होगा. सावन महीने में सोमवार, एकादशी और सर्वार्थ सिद्घि योग का एक साथ होना,जो भी मनोकामना होती है वो जल्द ही पूरी हो जाती है.


सर्वार्थ सिद्घि योग आज सुबह से ही लग गया है जो शाम 6 :48 बजे तक रहेगा. जिन लोगों ने एक सोमवार को छोड़ दिया है वे दूसरे सोमवार से लगातार 3 सोमवार का व्रत कर सकते हैं. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए 3 सोमवार व्रत करने का विधान होता है. इससे त्रिदेव प्रसन्न होते हैं और व्रत करने वाले की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

जानिए सावन मास क्यों है लोगों के लिए खास 

















इस मास में शिवजी ने विष पीया और उनका जलाभिषेक देवताओं ने किया वह सावन का महीना था. इसलिए सावन में महादेव का जलाभिषेक उत्तम माना जाता है. भगवान शिव को भक्त प्रसन्न करने के लिए बेलपत्र और शमी पत्र चढ़ाते हैं. सावन मास को मासोत्तम मास कहा जाता है. श्रवण नक्षत्र तथा सोमवार से भगवान शिव शंकर का गहरा संबंध है. श्रावण मास को भगवान शिवजी के साथ देखा जाता है. इस समय शिव आराधना का विशेष महत्व होता है. यह मास आशाओं की पूर्ति का समय होता है. श्रावण में शिव भक्तों के लिए भगवान शिव का दर्शन एवं जलाभिषेक करने से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्राप्त करता है तथा शिवलोक को पाता है.