Sunday, 27 December 2015



Birthday Special: 50 के हुए सलमान, बॉलीवुड सितारों ने मनाया जश्न





बॉलीवुड के दबंग सलमान खान आज 50 साल के हो गए हैं. सालगिरह का महाजश्न मुंबई के पनवेल में रात 12 बजे से ही शुरू हो गया. इस खास मौके पर सारी रात मेहमानों का पहुंचना जारी रहा. बॉलीवुड के तमाम सितारे इस जश्न में शरीक हुए और कई मेहमानों ने सोशल साइट पर जश्न की फोटो भी शेयर की.घड़ी की सूई ने जैसे ही रात 12 बजने का ऐलान किया. पनवेल के फॉर्म हाउस में जश्न का बिगुल बज गया. उम्र के गोल्डन जुबली पर दबंग खान ने केक काटा और हैप्पी बर्थ डे के शोर से पूरा फार्म हाउस गूंज उठा.

बॉलीवुड में सलमान खान का नाम दबंग खान में शुमार किया जाता है जिन्होंने 25 साल से अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिल में आज भी एक खास मुकाम बना रखा है. सलमान खान को फिल्म इंडस्ट्री में आये 25 वर्ष से ज्यादा समय हो चुका है लेकिन इसके बाद भी वह हर फिल्म से अभिनय के नये शिखर को छूते जा रहे हैं और काम के प्रति उनका समर्पण बरकरार है. 27 दिसंबर 1965 में मुंबई में जन्में सलमान खान मूल नाम अब्दुल राशिद सलीम सलमान खान के पिता सलीम खान फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने पटकथा लेखक और डॉयलाग राइटर है.

सलमान ने कैसे किया बॉलीवुड में Entry



घर में फिल्मी माहौल रहने के कारण सलमान खान की रूचि भी फिल्मों की ओर हो गयी और वह अभिनेता बनने का ख्वाब देखने लगे. सलमान खान ने अपने करियर की शुरूआत वर्ष 1988 में प्रदर्शित फिल्म बीबी हो तो ऐसी से की. इस फिल्म में सलमान खान ने छोटी सी भूमिका निभायी थी. वर्ष 1989 में सलमान खान को राजश्री प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फिल्म मैने प्यार काम में काम करने का अवसर मिला. युवा प्रेम कथा पर आधारित इस फिल्म में सलमान खान और भाग्यश्री की जोड़ी को दर्शकों ने बेहद पसंद किया.

 सलमान के ’90 Not Out  के रोमांटिक फिल्मों का सफरनामा



सलमान खान के  ‘90 NOT OUT करियर की उल्लेखनीय फिल्मो में  कुछ अन्य है.पत्थर के फूल, दिल, तेरा आशिक,करण अर्जुन,खामोशी,जीत,जब प्यार किसी से होता है, बंधन, बीबी नंबर वन,हम साथ साथ है,गर्व,मुझसे शादी करोगी. वर्ष 1997 में प्रदर्शित फिल्म जुड़वा में सलमान खान ने दोहरी भूमिका निभाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया. वर्ष 1998 में सलमान खान ने अपने भाई सोहैल खान के निर्देशन में बनी फिल्म प्यार किया तो डरना क्यामें काम किया. इस फिल्म में सलमान खान के अपोजिट काजोल थी. यह फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुई. वर्ष 1999 में प्रदर्शित फिल्म हम दिल दे चुके सनम सलमान खान के करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है. संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी इस फिल्म में सलमान खान की जोड़ी ऐश्वर्या राय के साथ काफी पसंद की गयी. अजय देवगन जैसे संजीदा अभिनेता की उपस्थिती में भी सलमान खान के अभिनय को दर्शको ने जमकर सराहा था.

BOX OFFICE पर 100 करोड़ रूपये से ज्यादा की फिल्मों ने कमाई



वर्ष 2003 में प्रदर्शित फिल्म तेरे नाम सलमान खान के करियर की एक और सुपरहिट फिल्म साबित हुई. इस फिल्म में सलमान खान ने रोमांटिक अभिनय करने के साथ हीं भावपूर्ण अभिनय कर दर्शकों को भाव विभोर कर दिया. इसी वर्ष सलमान खान को अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म बागबान में काम करने का अवसर मिला. अपनी छोटी सी भूमिका में भी सलमान दर्शको का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करने में सफल रहे. वर्ष 2005 में प्रदर्शित फिल्म मैने प्यार क्यूं किया में सलमान खान की जोड़ी कैटरीना कैफ के साथ काफी पसंद की गयी. इसके बाद सलमान खान ने वर्ष 2005 में ही प्रदर्शित फिल्म नो इंट्री और वर्ष 2007 में प्रदर्शित फिल्म पार्टनर के जरिये अपनी जबरदस्त कॉमिक का नजारा दर्शकों के सामने पेश किया.

वर्ष 2008 में प्रदर्शित फिल्म वांटेड सलमान खान के करियर के लिये अभूतपूर्व परिवर्तन लेकर आयी. प्रभुदेवा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में सलमान खान ने माचो हीरो की भूमिका निभायी. सलमान के इस अंदाज को दर्शकों ने सरआंखो पर लिया. फिल्म वांटेड टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुई. वर्ष 2010 में सलमान खान ने अपने भाई अरबाज खान की फिल्म दबंग में काम किया.

अभिनव कश्यप के निर्देशन में बनी इस फिल्म में सलमान खान ने एक बार फिर से अपनी माचोमैन की छवि को दर्शकों के बीच पेश किया. फिल्म ने टिकट खिड़की पर 100 करोड़ रूपये से अधिक की कमाई की. वर्ष 2011 एक बार फिर से सलमान खान के करियर के लिये उपलब्धियों भरा साल साबित हुआ. इस वर्ष सलमान खान की फिल्म रेड्डी और बाडीगार्ड जैसी फिल्मों ने टिकट खिड़की पर 150 करोड़ रूपये से अधिक की कमाई कर नया इतिहास रच दिया. वर्ष 2012 में सलमान खान की एक था टाइगर और दबंग 2 जैसी फिल्मों ने भी बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई की. सलमान खान की वर्ष 2014 में फिल्म जय हो और किक जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुई है.
  
सलमान की आगामी फिल्म सुल्तान’  का इतंजार



फिल्म किक ने टिकट खिड़की पर 233 करोड़ रूपये की कमाई की है. सलमान खान की इस वर्ष बजरंगी भाईजान और प्रेम रतन धन पायो जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुयी है. फिल्म बजरंगी भाईजान सलमान खान के करियर की अबतक सर्वाधिक कमाई करने वाली फिल्म है. फिल्म बजरंगी भाईजान ने 320 करोड़ की कमाई की है प्रेम रतन धन पायो में सलमान खान ने दोहरी भूमिका निभायी है. फिल्म ने 207 करोड़ से अधिक की कमाई की है. सलमान खान इन दिनों बिग बॉस सीजन-9 को होस्ट कर रहे है. सलमान की आगामी फिल्म सुल्तान प्रमुख है. सलमान खान ने अपने सिने करियर में अबतक लगभग 80 फिल्मों में काम किया है

Monday, 21 December 2015


Miss World 2015: स्पेन की मिरिया लालागुना बनीं Miss World

चीन के सान्या में हुए मिस वर्ल्ड कॉन्टेस्ट 2015 में स्पेन की मिरिया लालागुना रोयो ने मिस वर्ल्ड का ताज अपने नाम कर ली है. उन्होंने 100 से भी ज़्यादा देशों की सुंदरियों को पछाड़ कर ये ख़िताब जीता. रूस की सोफिया निकितचुक दूसरे और इंडोनेशिया की मारिया हरफंती तीसरे नंबर पर रहीं. वहीं, भारत की अदिति आर्या टॉप 20 में भी जगह नहीं बना पाईं.


स्पेन की मिरिया लालागुना रोयो खिताब जीतने के बाद बेहद खुश नजर आईं. पिछले साल मिल वर्ल्ड का खिताब जीतने वाली साउथ अफ्रीका की रोलेने स्ट्राउस ने रोयो को मिस वर्ल्ड का ताज पहनाया. खिताब की दावेदार मानी जा रहीं भारत की अदिति आर्या और इंग्लैंड की नताशा हैमिंग्स को सेमीफाइनल में भी जगह नहीं मिली है. टाइटिल अपने नाम करने के बाद मिरिया ने कहा, 'मेरे हिसाब से ये सही फैसला है, क्योंकि मिस वर्ल्ड कॉन्टेस्ट में सिर्फ फिगर की खूबसूरती नहीं, बल्कि आपकी सोल की खूबसूरती भी देखी जाती है.' मिरिया ने बार्सिलोना से फार्माकोलॉजी में डिग्री ली है. अब वह न्यूट्रिशियन में मास्टर डिग्री लेने की तैयारी मे हैं.


मिस वर्ल्ड कॉन्टेस्ट एक कंटेस्टेंन्ट को एंट्री देने से रोकने को लेकर काफी कॉन्ट्रोवर्सी में भी रहा. ब्यूटी कॉन्टेस्ट में शामिल होने जा रही मिस वर्ल्ड कनाडा एनातासिया लिन को चीन ने एंट्री देने से मना कर दिया था. उन्हें हांगकांग में ही फ्लाइट में सवार होने से रोक दिया गया था. लिन ने चीन में प्रतिबंधित मेडिएटिव ग्रुप (ध्यान समूह) फालुन गोंग के फॉलोअर और चीन की धार्मिक नीतियों की आलोचना की थी. माना गया कि इन्हीं वजहों से उन्हें चीन आने से रोका गया.


सान्या में मिस वर्ल्ड कॉन्टेस्ट से पहले ब्यूटी क्वींस जबरदस्त रिहर्सल करती दिखाई दीं. इनमें मिस अमेरिका से लेकर मिस इंडिया वर्ल्ड तक 114 कंटेस्टेन्ट्स शामिल थीं. सभी ने अपने देश के ट्रेडिशन के मुताबिक ड्रेस पहन रखी थी. मिस चाइना ने लंबे स्लीव्स की रेड कलर की ट्रेडिशनल ड्रेस पहन रखी थी. वहीं, भारत को रिप्रेसेंट कर रहीं मिस इंडिया अदिति ऑरेंज कलर के लहंगे में दिखीं.

Monday, 23 November 2015

गुजरात का यह रहस्यमयी मंदिर जो पल भर में हो जाता है गायब



   गुजरात का यह रहस्यमयी मंदिर जो पल भर में हो जाता है गायब 


भारत एक प्राचीनतम सभ्यता वाला सांस्कृतिक देश हैं. यह विश्व के उन गिने-चुने देशों में से एक है. जहां हर वर्ग और समुदाय के लोग शांतिपूर्वक श्रद्धा के साथ रहते हैं. यहां की भोगौलिक स्थिति, जलवायु और विविध संस्कृति को देखने के लिए ही विश्व के कोने-कोने से पर्यटक यहां पहुंचते हैं.

वैसे अपनी भारत यात्रा के दौरान पर्यटकों को जो चीज सबसे ज्यादा आकर्षित करती है वह हैं भारत की प्राचीनतम मंदिर, मंदिरों की बनावट, विशेषता, महत्व और इतिहास आदि जानने के लिए ही पर्यटक बार-बार भारत की ओर रुख करते हैं. इनमें से कई मंदिर तो ऐसे भी हैं जो कई हजारों साल पुराने हैं और जिनके बारे में जानना पर्यटकों के लिए कौतुहल का विषय है. आईए आपको ऐसे एक रहस्यमयी मंदिर के बारे में बताते है जो कभी-कभी ही दिखता है और अपने आप ही गायब हो जाता है.

रहस्यमयी स्तंभेश्वर महादेव की मंदिर



गुजरात के कावी में यह मंदिर स्थित है. जी हां इस मंदिर के लिए आप यह कल्पना नहीं कर सकते लेकिन यह बात सच है कि यह मंदिर पल भर के लिए ओझल हो जाता है और फिर थोड़ी देर बाद अपने उसी जगह वापिस भी जाता है. यह मंदिर अरब सागर के बिल्कुल सामने है और बडोदरा से 40 मील की दूरी पर है. खास बात यह है कि आप इस मंदिर की यात्रा तभी कर सकते हैं जब समुद्र में ज्वार कम हो. ज्वार के समय शिवलिंग पूरी तरह से जलमग्न हो जाता है.


Monday, 9 November 2015



धनतेरस में विशेष मुहूर्त में करे भगवान धन्वंतरि की पूजा



कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है. इस दिन से ही दीपावली पर्व का शुरू हो जाता है. इस बार यह पर्व 9 नवंबर, सोमवार को है. इस पर्व पर भगवान धन्वंतरि की पूजा का विधान है. पूजन के शुभ मुहूर्त सुबह 06:24 से 07:08 तक, शाम 05:58 से रात 08:32 तक (प्रदोष काल) और शाम 06:24 से रात 08:24 तक (वृषभ लग्न) है.


 भगवान धन्वंतरि की विशेष पूजा का महत्व

धनतेरस को भगवान धन्वंतरि की विशेष पूजा की जाती है. पुराणों में लिखी कथा के अनुसार, देवताओं व दैत्यों ने जब समुद्र मंथन किया तो उसमें से कई रत्न निकले. समुद्र मंथन के अंत में भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए. उस दिन कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी ही थी. तब से इस तिथि को भगवान धन्वंतरि का प्रकटोत्सव मनाए जाने का चलन प्रारंभ हुआ. पुराणों में धन्वंतरि को भगवान विष्णु का अंशावतार भी माना गया है.

धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि पूजन विधि


सबसे पहले स्नान कर साफ वस्त्र पहनें. भगवान धन्वंतरि की मूर्ति या चित्र साफ स्थान पर स्थापित करें तथा स्वयं पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं. उसके बाद भगवान धन्वंतरि का आह्वान इस मंत्र से करें-
             सत्यं च येन निरतं रोगं विधूतं,अन्वेषित च सविधिं आरोग्यमस्य।
                गूढं निगूढं औषध्यरूपम्, धन्वन्तरिं च सततं प्रणमामि नित्यं।।

इसके बाद पूजा स्थल पर आसन देने की भावना से चावल चढ़ाएं. आचमन के लिए जल छोड़ें. 

Sunday, 1 November 2015


BIRTHDAY SPACIAL:शाहरुख खान कैसे बने BOLLYWOOD के बादशाह


बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान का आज 50वां जन्मदिन है. छोटे पर्दे से अपने करियर की शुरूआत करके आज बॉलीवुड के बादशाह बन गए है. किंग खान का सफर भले वही उतार-चढ़ाव भरा रहा हो लेकिन करीब 22 साल के फिल्‍मी कॅरियर में शाहरुख ने अब तक 70 से भी ज्‍यादा फिल्‍मों में काम कर चुके है. रोमांटिक हों या फिर एक्‍शन थ्रिलर फिल्‍में, शाहरुख ने हर किरदार को बखूबी निभाया. अपनी अदाकारी से लाखों दिलों पर राज करने वाले शाहरुख के नाम बेस्‍ट एक्‍टर के 8 फिल्‍मफेयर अवॉर्ड हैं.

 जानिए किंगखान की कुछ खास बातें



शाहरुख का जन्म 2 नवंबर 1965 को राजधानी दिल्ली में हुआ था. शाहरुख का बचपन से ही एक्टिंग की तरफ झुकाव था. कई स्टेज परफॉर्मेंस में वो उस जमाने के एक्टर्स के अंदाज में एक्टिंग करते थे जिसे काफी सराहा जाता था. शाहरुख ने एक्टिंग की शिक्षा 'बैरी जॉन' की अकादमी से ली है. दिल्ली के हंसराज कॉलेज से बैचलर की डिग्री लेने के बाद शाह रुख ने जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की पढ़ाई शुरू तो की लेकिन एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने के कारण पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी. 

 किंगखान का love और फिल्मी कैरियर का सफर


शाहरुख ने 6 साल के रिलेशन के बाद गौरी छिब्बर (गौरी खान) से 25 अक्टूबर 1991 को विवाह किया और उनकी 3 बच्चे हैं. बेटा आर्यन, बेटी सुहाना और छोटा बेटा अबराम. शाहरुख ने शुरूआती दौर में 'सर्कस' और 'फौजी' जैसे सीरियल्स में काम किया और फिर मुंबई आकर हेमा मालिनी की डायरेक्टर के तौर पर पहली फिल्म 'दिल आशना है' से फिल्मों में एक्टिंग की शुरुआत की. शाहरुख ने 'डर' 'बाजीगर' 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', 'कभी हां कभी ना', 'करन अर्जुन', 'कुछ कुछ होता है', 'कभी खुशी कभी गम' 'चक दे' 'चेन्नई एक्सप्रेस' और हैप्पी न्यू ईयर जैसी फिल्में की हैं और जल्द ही उनकी 'दिलवाले' रिलीज होने वाली है. फिल्मों के साथ साथ शाहरुख ने टीवी की दुनिया में भी 'केबीसी' 'और 'जोर का झटका' जैसे शो को होस्ट किया है.

Wednesday, 14 October 2015




जानिए बॉलीवुड में पद्म भूषण से सम्मानित अशोक कुमार का सफर


पद्म भूषण से सम्मानित जाने-माने अभिनेता अशोक कुमार का जन्‍मदिन 13 अक्‍टूबर 1911 को भागलपुर, बिहार के एक मध्यम वर्गीय बंगाली परिवार में हुआ था. उन्‍होंने कई हिट फिल्‍म दिए और दर्शकों को अपने अभिनय से आकर्षिक कर लिया.
उन्‍होंने बतौर अभिनेता फिल्‍म 'जीवन नैया' से बॉलीवुड में डेब्‍यू किया था. इन्‍हें एक्टिंग के साथ-साथ पेटिंग का भी शौक था. अशोक कुमार ने फिल्म 'अछूत कन्‍या', 'मिली', 'बंदिनी', 'जेवेल थीफ', 'खूबसूरत' और 'पाकीजा' जैसे हिट फिल्‍मों में नजर आये थे.

जानिए अशोक कुमार के बारे में कुछ खास बातें

Ø अशोक कुमार बॉलीवुड में दादा मुनि के नाम से जाने जाते हैं.  अशोक कुमार के पिता कुंजलाल गांगुली पेशे से वकील थे. उन्‍होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मध्यप्रदेश के खंडवा शहर में प्राप्त की थी और बाद मे उन्होंने स्नातक की शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पूरी की.

Ø अशोक कुमार अभिनेता नहीं बल्कि निर्देशक बनना चाहते थे. अपने भाई-बहनों में सबसे बड़े अशोक कुमार को बचपन से ही फिल्‍मों में काम करके बुलंदियों पर पहु्ंचने की लालसा थी. 

Ø वर्ष 1937 मे अशोक कुमार को बांबे टॉकीज के बैनर तले प्रदर्शित फिल्म 'अछूत कन्या' में काम किया. इस फिल्‍म में उन्‍होंने एक बार फिर अपनी पहली फिल्‍म 'जीवन नैया' की कोस्टार देविका रानी के साथ स्‍क्रीन शेयर किया.

Ø इसके बाद उन्होंने वर्ष 1939 मे प्रदर्शित फिल्म 'बंधन', 'कंगन',  और झूला में अभिनेत्री लीला चिटनिश के साथ काम किया. इन फिल्‍मों से उन्‍होंने दर्शकों से खूब तारीफें बटोरी. 

Ø 1943 में अशोक कुमार ने बांबे टाकीज की एक और फिल्म 'किस्मत' में काम किया. इस फिल्‍म ने उनकी किस्‍मत पलट कर रख दी. इस फिल्म मे उन्होंने पहली बार एंटी हीरो की भूमिका निभाई और दर्शको का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने मे सफल रहे. किस्मत ने बॉक्स आफिस के सारे रिकार्ड तोड़ते हुए कोलकाता के चित्रा सिनेमा हॉल में लगभग चार वर्ष तक लगातार चलने का रिकार्ड बनाया.

Ø अशोक कुमार को फिल्‍म 'राखी' (1962) और 'आर्शीवाद' (1968) के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से नवाजा गया. वहीं वर्ष 1966 में आई फिल्म 'अफसाना' के लिए सहायक अभिनेता के फिल्म फेयर अवॉर्ड से भी नवाजे गये.

Ø अशोक कुमार को हिन्दी सिनेमा के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ठ सहयोग के लिए वर्ष 1988 में हिन्दी सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. अशोक कुमार 10 दिसंबर 2001  में इस दुनियां को अलविदा कह गये. 


नवरात्री के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा आज



आज नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी के स्वरूप की पूजा की जाती है. अनंत कोटि फल प्रदान करने वाली मां ब्रहचारिणी को त्याग और तपस्या की देवी माना जाता है. शास्त्रों में मां ब्रह्मचारिणी  को वेद-शास्त्रों और ज्ञान की ज्ञाता माना गया है.
              माँ ब्रह्मचारिणी उपासना मंत्र: दधाना कपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलू!!
                           देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा!!
मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप अत्यंत भव्य और तेजयुक्त है. मां ब्रह्मचारिणी के धवल वस्त्र हैं. उनके दाएं हाथ में अष्टदल की जपमाला और बाएं हाथ में कमंडल सुशोभित है.
शास्त्रों के मुताबिक भगवती ब्रह्मचारिणी ने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए एक हजार वर्षों तक फलों का सेवन कर तपस्या की थी. इसके पश्चात तीन हजार वर्षों तक पेड़ों की पत्तियां खाकर तपस्या की. इतनी कठोर तपस्या के बाद इन्हें ब्रह्मचारिणी स्वरूप प्राप्त हुआ. साधक और योगी इस दिन अपने मन को भगवती मां के श्री चरणों मे एकाग्रचित करके स्वाधिष्ठान चक्र में स्थित करते हैं और मां की कृपा प्राप्त करते हैं. ब्रह्म का अर्थ है, तपस्या, तप का आचरण करने वाली भगवती, जिस कारण उन्हें ब्रह्मचारिणी कहा गया है.
श्रद्धालु भक्त और साधक अनेक प्रकार से भगवती की अनुकम्पा प्राप्त करने के लिए व्रत-अनुष्ठान व साधना करते हैं. कुंडलिनी जागरण के साधक इस दिन स्वाधिष्ठान चक्र को जाग्रत करने की साधना करते हैं. मां दुर्गाजी का यह दूसरा स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनन्तफल देने वाला है. मां ब्रहमचारिणी की उपासना से मनुष्य में तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार, संयम की वृद्धि होती है.
जीवन के कठिन संघषों में भी उसका मन कर्तव्य-पथ से विचलित नहीं होता. मां ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा से उसे सर्वत्र सिद्धि और विजय की प्राप्ति होती है। दुर्गा पूजा के दूसरे दिन इन्हीं के स्वरूप की उपासना की जाती है. इस दिन साधक का मन 'स्वाधिष्ठान "चक्र में शिथिल होता है। इस चक्र में अवस्थित मनवाला योगी उनकी कृपा और भक्ति प्राप्त करता है.